Best Multi- Vitamin For Goat And Poultry.
Best Multi- Vitamin For Goat And Poultry.
नमस्कार दोस्तो,
बकरी पालन व्यवसाय और मुर्गी पालन व्यवसाय करनेवाले किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है कि वे अपने बकरे , मुर्गियों को स्वस्थ बनाए रखे।
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अगर आप पशुपालन कर रहे है तो आपको पशुओ को लगनेवाले अभी जरूरी विटामिन के पूर्ति उनके आहार में करना आना चाहिए। क्योंकि पशुओ और मुर्गी की शारिरिक विकास के लिए विटामिन काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। विटामिन मुर्गियों और बकरे, बकरियोके शरीर के चयापचय तंत्र में महत्वपूर्ण रसायनों के रूप में कार्य करते हैं और कई चयापचय प्रक्रियाओं में सहाय्यक के रूप में कार्य करते हैं। विटामिन की कमी चयापचय प्रक्रिया को धीमा या अवरुद्ध करती है, जिसके परिणामस्वरूप कमी के लक्षण दिखाई देते हैं।
Why Multi- Vitamin Required For Goats.
बकरी के पेट में बैक्टीरिया पानी में घुलनशील विटामिन की मात्रा को चुसलेते है। इसस्थितिमे थियामिन, या विटामिन बी 1, की कमी हो सकती है - उदाहरण के लिए, बकरी बकरे पालन करने वाले बकरों को मोटाताजा करने के लिए काफी अलग अलग आहार खिलाते है, विशेष रूप से उच्च सल्फर युक्त आहार (खुराक) से बकरियों के शरीरमें थियामिन की कमी होती है। थियामिन की कमी के चलते बकरे, बकरियों को पोलियो एन्सेफालोमैलेसिया हो सकता है।
"Growvit Power" Multi Vitamin For Goat And Poultry.
तो दोस्तो आज मैं आपको बकरे, बकरियों और मुर्गियों के लिए उपयुक्त मल्टी-विटामिन के बारे में बताने जारहा हूं। जो नासिर्फ बकरे बकरियों को बल्कि मुर्गियों के लियेभी लाभदायी है। "Growvit Power" एक ऐसा मल्टी विटामिन प्रोडक्ट है जो मुर्गियी और बकरियों के लिए काफी लाभदायी है। इस प्रोडक्ट में निम्नलिखित विटामिन का कंसंट्रेशन होता है।
"Growvit Power" Multi Vitamin Composition: Each 5 ml
Vitamin A : 250000 IU
Vitamin D 3 : 30000 IU
Vitamin E : 150000
Vitamin C : 500 mg
Vitamin B 12 : 100 mcg
Selenium : 50 ppm
Biotin : 25 mcg
Lysine : 7.5 mg
Choline Chloride : 50 mcg
Methionine : 50 mg
आइये दोस्तो विस्तार से देखते है कि ये मल्टीविटामिन बकरे बकरियों को किस तरह मदतगार होते है।
Vitamin A For Goat
बकरे बकरियां कैरोटीन से विटामिन ए को प्राप्त करती है, जो कि घास और चारे को हरा रंग देता है। जब तक पर्याप्त मात्रा में हरे चारे का सेवन किया जाता है, तब तक विटामिन ए पर्याप्त होगा, मगर आप बकरे बकरियों को हरे चारे कम खिलाते है या गर्मी के मौसम में हरेचारे की उपलब्धता कम होजाती है तब बकरे बकरियों में Vitamin A की कमी हो सकती है,
बकरे, बकरियों के लिए Vitamin A त्वचा, विकास और दृष्टि के लिए आवश्यक है। विटामिन ए की कमी कई लक्षणों का कारण बनती है, जिसमें आंखों की परेशानियां, डायरिया, श्वसन संक्रमण और प्रजनन समस्याओं की संभावना शामिल है। विटामिन ए की आपूर्ति अक्सर पशुओं को बिना हरी चारा के की जाती है। कई खनिजों और विटामिन की खुराक में विटामिन ए होता है।
विटामिन डी धूप विटामिन भी कहा जाता है क्योंकि पशु Vitamin D की पूर्ति सूरज से मिलनेवाली धूप से कर लेते है । धूप में पराबैंगनी प्रकाश त्वचा में पाए जाने वाले विटामिन-पूर्व को विटामिन-डी के रूप में परिवर्तित करता है आमतौर पर, यहां तक कि विटामिन डी की एक दिन की आपूर्ति प्रदान करने के लिए सीमित सूर्य के प्रकाश के संपर्क में पर्याप्त है। Vitamin D बकरे बकरियों के लिए उनके शरीर द्वारा कैल्शियम का शोषण और चयापचय के लिए आवश्यक है। रिकेट्स नामक विटामिन डी की कमी के परिणामस्वरूप लंगड़ापन, कमजोर हड्डियां और झुके और टेढ़े पैर होते हैं। यकृत शरीर में मुख्य विटामिन डी भंडारण स्थल है। विटामिन डी आमतौर पर खनिज की खुराक में मौजूद होता है।
विटामिन ई खनिज सेलेनियम के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। सीलेनियम खनिज के कमी वाले क्षेत्रों में विटामिन ई बहुत महत्वपूर्ण है। विटामिन ई की कमी के चलते नवजात या युवा जानवरों में, श्वेत मांसपेशियों (White . Muscle) की बीमारी है, जिसमें ऑक्सीकरण क्षति के कारण हृदय और कंकाल की मांसपेशियों में सफेद धब्बे दिखाई देते हैं। विटामिन ई की एक मामूली कमी प्रतिरक्षा प्रणाली को दबा सकती है और प्रजनन विफलता का कारण बन सकती है। हरी घास और धूल में सुखाए जाने वाले घास में विटामिन ई का उच्च स्तर होता है। अधिकांश खनिज पूरक और पूर्ण फ़ीड में विटामिन ई होता है, खासकर ऐसे क्षेत्रों में जो सेलेनियम की कमी होती है।
बकरियों में Vitamin B का काफी महत्व है, क्योकि बकरे बकरियों में पायेजानेवाले लकवा, पैरालिसिस, पोलियो Vitamin B के कमी के कारण होता है।
लकवा, पैरालिसिस, पोलियो का सबसे आम कारण थायमिन की कमी है। थायमिन एक बी विटामिन (विटामिन बी 1) है जो सभी कोशिकाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, ग्लूकोज चयापचय में शामिल कई प्रमुख एंजाइमों के लिए कोफ़ेक्टर के रूप में कार्य करता है। थायमिन विशेष रूप से मस्तिष्क के उचित कार्य के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मस्तिष्क ऊर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में ग्लूकोज पर निर्भर करता है। चूंकि मस्तिष्क लगभग सभी शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करता है, मस्तिष्क में पर्याप्त थायमिन का स्तर सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण महत्व का है।
वयस्क बकरियों में सेलेनियम की कमी सबसे अधिक प्रजनन समस्याओं में देखी जाती है। इसका मतलब है कि वे: खराब गर्भाधान दर है। गर्भपात, समय से पहले बच्चो का जन्म इत्यादि।
बकरियों बच्चों में सेलेनियम की कमी को आमतौर पर सफेद मांसपेशियों की बीमारी के रूप में देखा जाता है। उनके पैरों की मांसपेशियां उनके वजन का समर्थन करने के लिए बहुत कमजोर हैं और वे अपने टखनों पर चलने या चलने में असमर्थ होते हैं। सेलेनियम की कमी वाले बच्चों के अन्य लक्षण हैं: कमजोर फेफड़े / इम्यून सिस्टम और निमोनिया।
बायोटिन कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन चयापचय में एक आवश्यक कोएंजाइम है। विशेष रूप से, बायोटिन ग्लूकोनोजेनिक एंजाइम पाइरूवेट कार्बोक्सिलेज और प्रोपियोनाइल-सीओए-कार्बोक्सिलेज के माध्यम से सामान्य रक्त शर्करा के स्तर के रखरखाव में जरूरी होता है। इसीतरह Lysine, Choline Chloride, Methionine भी बकरों के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
Growel Agrovet कंपनी का Multi Vitamin Product "Growvit Power" ये वाकई सबसे अच्छा मल्टी विटामिन प्रोडक्ट है।
Best Multi- Vitamin For Goat And Poultry.
Reviewed by Nitesh S Khandare
on
June 02, 2019
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